[ Featuring Kumar Sanu ]
आ आ आ
ए सनम मेरी बाहों में आ
दिलसे क्यों रहे धड़कन जुड़ा
जीना भी क्या तेरे बिना
ए सनम मेरी बाहों में आ
दिलसे क्यों रहे धड़कन जुड़ा
जीना भी क्या तेरे बिना
ए सनम मेरी बाहों में आ
अम्म अम्म अम्म अम्म
दिल करता रहा अरमानों का शोक
फिर भी जानेजाना
थामे रहा मैं दिल को
मैं भी साज ना कैसे क्या कहूँ
धड़कन की जुबां से आओ सुनाऊं तुमको
आशिकी के तू नग्मे सुना
दिल से क्यों रहे धड़कन जुड़ा
जीना भी क्या तेरे बिना
ए सनम मेरी बाहों में आ
तू रु रु रु तू रु रु रु
जो मिलने न दे हमको प्यार में
आओ आज ऐसी रस्मों को तोड़ डालें
दिल में न रहे कोई आरज़ू
मिलके आज सारे अरमान हम निकालें
प्यार बनके आ मुझ में समा
दिलसे क्यों रहे धड़कन जुड़ा
जीना भी क्या तेरे बिना
ए सनम मेरी बाहों में आ
दिलसे क्यों रहे धड़कन जुड़ा
जीना भी क्या तेरे बिना