चाहूंगा मैं तुझे सांझ सवेरे
फिर भी कभी अब नाम को तेरे
आवज मै ना दूँगा आवाज मै ना दूँगा
चाहूंगा मैं तुझे सांझ सवेरे
फिर भी कभी अब नाम को तेरे
आवज मै ना दूँगा आवाज मै ना दूँगा
चाहूंगा मैं तुझे सांझ सवेरे
देख मुझे सब है पता
सुनता है तू मन की सदा
देख मुझे सब है पता
सुनता है तू मन की सदा
मितवा मेरे यार तुझको
बार बार आवाज मै ना दूँगा
आवाज मै ना दूँगा
चाहूंगा मैं तुझे सांझ सवेरे
फिर भी कभी अब नाम को तेरे
आवाज मै ना दूँगा आवाज मै ना दूँगा
चाहूंगा मैं तुझे सांझ सवेरे
दर्द भी तू चैन भी तू
दरस भी तू नैंन भी तू
दर्द भी तू चैन भी तू
दरस भी तू नैंन भी तू
मितवा मेरे यार तुझको
बार बार आवाज मै ना दूँगा
आवाज मै ना दूँगा
चाहूंगा मैं तुझे सांझ सवेरे
फिर भी कभी अब नाम कोतेरे
आवज मै ना दूँगा आवाज मै ना दूगा