ना तू ज़मीन के लिए है ना आसमान के लिए
ना तू ज़मीन के लिए है ना आसमान के लिए
तेरा वजूद है तेरा वजूद है
अब सिर्फ़ दास्तान के लिए
ना तू ज़मीन के लिए है ना आसमान के लिए
पलट के सौ ए चमन देखने से क्या होगा
औ औ औ औ
पलट के सौ ए चमन देखने से क्या होगा
वो शाख ही ना रही जो थी आशियाना के लिए
ना तू ज़मीन के लिए है ना आसमान के लिए
गरज परास्त जहाँ में वफ़ा तलाश ना कर
औ औ औ औ
गरज परास्त जहाँ में वफ़ा तलाश ना कर
यह शे बनी थी किसी दूसेरे जहाँ के लिए तेरा वजूद है
तेरा वजूद है अब सिर्फ दास्तान के लिए
ना तू ज़मीन के लिए है ना आसमान के लिए