तारारमपम चला जब काफिला
ज़मीन हिल गयी आसमान खुल गया
तारारमपम चला जब काफिला
ज़मीन हिल गयी आसमान खुल गया
हवा के परो पर उड़ते चले
अरे बन के यहा वहा तितलिया
तो बच के ज़रा रहना यारा
शैतानी का ये है पिटारा
ये सूखे मे भी डुबोते है कश्ती
है ऐसी है ये दोस्ती
जहां टपकी वहां मस्ती
ये लड़ते भी हैं झगड़ते भी हैं
दिखते मगर हर पल साथ ही
है ऐसी है ये दोस्ती
जहां टपकी वहां मस्ती
ये लड़ते भी हैं, झगड़ते भी हैं
दिखते मगर हर पल साथ ही