[ Featuring Kishore Kumar ]
रुक जाना नहीं तू कहीं हार के
काँटों पे चलके मिलेंगे साये बहार के
रुक जाना नहीं तू कहीं हार के
काँटों पे चलके मिलेंगे साये बहार के
ओ राही, ओ राही
ओ राही, ओ राही
ओ राही, ओ राही
ओ राही, ओ राही
साथी ना कारवाँ है, यह तेरा इंतेहाँ है
साथी ना कारवाँ है, यह तेरा इंतेहाँ है
यूँही चला चल, दिल के सहारे
कर ती है मंज़िल, तुझको इशारे
देख कहीं कोई रोक नहीं ले, तुझको पुकार के
ओ राही, ओ राही
ओ राही, ओ राही
रुक जाना नहीं तू कहीं हार के
काँटों पे चलके मिलेंगे साये बहार के