[ Featuring Harman Kaur ]
उंगली पकड़ के फिर से सीखा दे
गोदी उठा ले ना मा..
आँचल से मेरी मुँह पोंछ देना
मैला सा लाके जहाँ
आ आ इ ई उ उ ऊरी ए ए..
ओ ओ अन्न आहा
आँखें दिखाए मुझे जब ज़िंदगी
याद मुझे आती है तेरे गुस्से की
डांटा भी तो तूने मुझे, फूलों की तरह
क्यूँ नहीं माँ सारी दुनिया तेरी तरह
आ आ इ ई उ उ ऊरी ए ए..
ओ ओ अन्न आहा
आ आ इ ई उ उ ऊरी ए ए..
ओ ओ अन्न आहा