[ Featuring Harman Kaur ]
पल एक पल में ही थम सा गया
तूहाथ में हाथ जो दे गया
चलूँमैं जहां जाए तू
दायें मैं तेरे, रे बायें तू
हूँ रुत मैं, हवाएं तू
साथिया
हंसू हं मैं जब गाये तू
रोऊँ मैं मुरझाये तू
भीगूँमैं बरसाए तू
साथिया
हू हूँ
साया मेरा है तेरी शकल
हाल है ऐसा कुछ आजकल
सुबह मैं हूँ तूधुप है
मैं आईना हूँ तूरूप है
ये तेरा साथ खूब है
हमसफ़र
तूइश्क के सारे रंगरं दे गया
फिर खींच के अपने संग ले गया
कहीं पे खो जाए जो
जहांरुक जाए पल
कभी ना फिर आये कल
साथिया
चलूँमैं जहां जाए तू
दायें मैं तेरे, रे बायें तू
हूँ रुत मैं, हवाएं तू
साथिया