देरे ना ना ना देरे ना ना दे ना
देरे ना ना ना, देरे ना ना दे रे ना
फिर एक कहानी शुरू हुई है
कुछ किरदार लिखे गये हैं
फिर एक जहाँ हुआ मुकम्मल
फिर एक जान फनाः हुई है
देरे ना ना ना देरे ना ना दे ना
देरे ना ना ना, देरे ना ना दे रे ना
शोलो से गल कर लावा
लावे से उठ कर धुआँ
धुए से बनकर बादल बरसे काला
सच्चाई रंग नही है
जीने का ढंग नही है
बदले दुनिया को क्यू ना उपर वाला
फिर एक कहानी शुरू हुई है
कुछ किरदार लिखे गये हैं
फिर एक जहाँ हुआ मुकम्मल
फिर एक जान फनाः हुई है
देरे ना ना ना देरे ना ना दे ना
देरे ना ना ना, देरे ना ना दे रे ना
कलम की मौत का क्यू इंतेज़ार बढ़ रहा (कलम की मौत का क्यू इंतेज़ार बढ़ रहा)
अपनी ही दुनिया से क्यू उपर वाला डर रहा (अपनी ही दुनिया से क्यू उपर वाला डर रहा)
कलाम की मौत का क्यू इंतेज़ार बढ़ रहा (कलम की मौत का क्यू इंतेज़ार बढ़ रहा)
अपनी ही दुनिया से क्यू उपर वाला डर रहा (अपनी ही दुनिया से क्यू उपर वाला डर रहा)
आँख मूंद कर बैठा है, क्या सोचे तू
आँख मूंद कर बैठा है, क्या सोचे तू
तू ना जाने लिखने वाले तुझे भी कोई लिख रहा (तू ना जाने लिखने वेल तुझे भी कोई लिख रहा)
तू ना जाने लिखने वाले तुझे भी कोई लिख रहा (तू ना जाने लिखने वेल तुझे भी कोई लिख रहा)
फिर एक कहानी शुरू हुई है
कुछ किरदार लिखे गये हैं
फिर एक जहाँ हुआ मुकम्मल
फिर एक जान फनाः हुई है
देरे ना ना ना देरे ना ना दे ना
देरे ना ना ना, देरे ना ना दे रे ना
देरे ना ना ना देरे ना ना दे ना
देरे ना ना ना, देरे ना ना दे रे ना