[ Featuring Mohammed Rafi ]
इतनी सी बात पे बिगड़ गए
क्यों जी बस हा जी बस
जाओ दिल मेरा लेते ही अकड़ गए
क्यों जी बस हा जी बस
इतनी सी बात पे बिगड़ गए
कल की है बात कुछ याद है तुम्हे
कहो तो जरा आधी आधी रात
सपनो में आके दिया था जगा
खाके कस्मे करके बस में हो हो हो
आग लगा दिल नस नस में
जाओ इतनी सी बात पे बिगड़ गए
क्यों जी बस हा जी बस
वाह दिल मेरा लेते ही अकड़ गए
नजरो में आपको बसाया हमने
दिल भी दिया
हो गया कसुर ये हुज़ुर हमसे
करे अब क्या
के तुमपे मरके उल्फ़त करके हो हो हो
रोग लगाये है उम्र भर के
जाओ इतनी सी बात पे बिगड़ गए
क्यों जी बस हा जी बस वाह वाह
दिल मेरा लेते ही अकड़ गए
रखी ये संभाल के सौगात दिल की
ऐसा ही सही समझेंगे टूट गयी
बात दिल की ऐसा ही सही
बस नमशते जी नमशते हो हो हो
दिल में हम नहीं बस्ते जा
इतनी सी बात पे बिगड़ गए
क्यों जी बस हा जी बस
वाह दिल मेरा लेते ही अकड़ गए
क्यों जी बस हा जी बस
इतनी सी बात पे बिगड़ गए