तेरी बाहों मे बीते पल जो मेरे
वो हँसीं ही हँसीं नज़र आते है
तेरी बाहों मे बीते पल जो मेरे
वो हँसीं ही हँसीं नज़र आते है
जो ना बीते पल तेरे संग यारा
अंधेरो से मेरे करीब आते है
तुम हो कोई वजह सी बेशाख था मैं बेवजाह(बेवजाह)
तुम हो कोई वजह सी बेशाख था मैं बेवजाह(बेवजाह)
हं हं नाम है मेरी साँसे अनजानी सी इन राहो मे
मिलके भी तु ना मिले
रहती है मेरी दुआओ मे
तू सुन ले ज़रा दिल की दास्तां
करू कैसे मैं बयाँ
तुम हो कोई वजह सी बेशाख था मैं बेवजाह
तुम हो कोई वजह सी बेशाख था मैं बेवजाह
बेवजाह आ आ आ आ
बेवजाह
बेवजाह आ आ आ आ
बेवजाह