करती थी बातें
आँखों से आँखें
जाने न देगी
नज़रों से झांके
काफिर है तू भी
पर न गुज़ारा
काफ़िर हूँ मैं भी
पर है सहारा
ले चल मुझे मैंने कहा
ले चल मुझे मैंने कहा
मखमल सियाही लब्ज़ो को बातें(उ उ)
ले चल मुझे मैंने कहा(हे हे हे)
कुछ दूर हलके, हलके है साये
सुनते है क्या, किसको पता
सम्भले न जाये
तेरी मेरी राहें, कट सी गयी है(आ आ)
देखो यह क्या है तूने कहा है(आ आ)
देखो यह क्या है तूने कहा है(आ आ)
ले चल मुझे मैंने कहा(हे हे हे)
मखमल सियाही लब्ज़ो को बातें(हे हे हे)
ले चल मुझे मैंने कहा(हे हे हे)