दूरी कैसी ये है
दूरी कैसी ये है
तुझे माँगता इन राहों में
तुझे चाहता मेरी बाहों में
तू ही मेरी हर ख्वाब में
तू छिपी है कहाँ
तू जान-ए-जाना
जान-ए-जाना
देखू ना मुझे तुम ज़रा सा
कहती है मेरी ये नज़र
हो के रहूँगा मैं तुम्हारा
तन्हा कटेगा ना सफ़र
देखू ना मुझे तुम ज़रा सा
कहती है मेरी ये नज़र
हो के रहूँगा मैं तुम्हारा
तन्हा कटेगा ना सफ़र
तू लकीर है इन हाथों में
तेरी कसक मेरी बातों में
तू ही मेरी हर ख्वाब में
तू छिपी है कहाँ
तू जान-ए-जाना
जान-ए-जाना
जान-ए-जा