हो हो हो ह्म ह्म उसकी राहे थी मेरी राहों में कहीं
फिर क्यों हो गयी
उसकी रहे मतलबी
थी जिन लम्हो में सुबह हर गाड़ी
काली रातें खली है ज़िन्दगी
हूँ हहह हो हो आए हहह हहह हहह हहह हहह हहह हहह हहह हहह हहह
सेहमी ज़िन्दगी क्यों है इस तरह
सेहमी हर ख़ुशी क्यों है इस तरह
पूछूंगी इस ज़िन्दगी से ज़रा हाँ
कुछ तो दी होती वजह
हूँ हहह हहह हहह
हूँ हहह हहह हहह हहह हहह हहह
हूँ हहह हहह हहह हहह हहह हहह