ह हा हा हा हा
मेरे हमदम तू है इश्क़ मेरा
तुझको ही चाहे दिल ये मेरा
मेरे हमदम तू है इश्क़ मेरा
तुझको ही चाहे दिल ये मेरा
ख़ामोशी है मगर
जानी पहचानी सी
आवाज़े है सांसों में
बारिशे इश्क़ की होने लगी
मेरे एहसास मैं
भीगे भीगे है ये सारे मंज़र
आ क़ैद कर लू तुझको दिल के अंदर
आइये तशरीफ़ लाइए
आप का खैर मक़दम है
आप ही मेरे दर्द के
मेरे ज़ख्मों के मरहम है
ह हा हा हा हा हू हू हू
तुम मूलत हो मेरी जो मुझसे कभी
छूटनी मुश्किल है
तुम से मिलकर ये मालुम हुआ
हुस्न ही इश्क़ का कातिल है
तुम मूलत हो मेरी जो मुझसे कभी
छूटनी मुश्किल है आह आ
तुम से मिलकर ये मालुम हुआ
हुस्न ही इश्क़ का कातिल है
जिस्म की नीयतें जिस्म पर ज़ाहिर है
रूह भी आप की ख़िदमत में हाज़िर है
आइये तशरीफ़ लाइए
आप का खैर मक़दम है
आप ही मेरे दर्द के
मेरे ज़ख्मों के मरहम है
आइये तशरीफ़ लाइए
आप का खैर मक़दम है
आप ही मेरे दर्द के
मेरे ज़ख्मों के मरहम है