[ Featuring Shailendra Singh, DJ MHD IND ]
सांप से बढ़के मेरा जहर है
मै हु गज़ब का जहरीला इंसान
उसका जहर तो दुनिआ उतार दे
मेरे जहर से बचाये भगवान
सांप से बढ़के मेरा जहर है
मै हु गज़ब का जहरीला इंसान
उसका जहर तो दुनिआ उतार दे
मेरे जहर से बचाये भगवान
सांप से बढ़के मेरा जहर है
मै हु गज़ब का जहरीला इंसान
दुनिआ के सितम से पत्थर के
साचे में मुझे ढाला
तूफानों से मुझे पाला
बस प्यार झुका सकता मुझको
या उपरवाला
मै दोनों का ही मतवाला
मुझे प्यार के बदले में
नफरत से अगर छेड़ा
उठ जायेगा फिर तूफ़ान
सांप से बढ़के मेरा जहर है
मै हु गज़ब का जहरीला इंसान
उसका जहर तो दुनिआ उतार दे
मेरे जहर से बचाये भगवान
सांप से बढ़के मेरा जहर है
मै हु गज़ब का जहरीला इंसान
मैं राम हूँ ऐसे अन्यायी
संसार के आँगन में
ये भेजा है मुझे वन में
जो आग लगी थी लंका में
सुलगे है मेरे तन में
और भड़के है मेरे मन में
समझी न अगर मुझको
पछ्तायेगी ये दुनिआ
करके मेरा अपमान
हा हा, सांप से बढ़के मेरा जहर है
मै हु गज़ब का जहरीला इंसान
उसका जहर तो दुनिआ उतार दे
मेरे जहर से बचाये भगवान
सांप से बढ़के मेरा जहर है
मै हु गज़ब का जहरीला इंसान