गई सुन्तली गई
सुन्तली पोइल गई
गई सुन्तली गई
सुन्तली पोइल गई
चैतको मास
मायाको प्यास
मुग्लानिया लोग्नेको
मरेको आश
डढेको खोक्रो बिश्वास
एक पाउको मुटुमा
खोपिल्टा पचास
खोपिल्टा पचास
गई सुन्तली गई
सुन्तली पोइल गई
गई सुन्तली गई
सुन्तली पोइल गई
हर्केको आगमन खास खास खास
बोलीमा हर्केको मिठास मिठास मिठास
पिरतीको न्यानो आभाष
तराईको बाझो फाँटमा
फुलेको लालिगुराँस
तराईको बाझो फाँटमा
फुलेको लालिगुराँस
गई सुन्तली गई
सुन्तली पोइल गई
गई सुन्तली गई
सुन्तली पोइल गई
भत्केको यौवनको
तीब्र तीब्र तीब्र विकास
तरल मनको
अनियन्त्रित निकास निकास निकास
बेपर्वाहको नकाब लगाई
समाजको बीचबाट
बेफिक्री गई
गई
ग ई
ग ई
ग ई
ग ई
ग ई
ग ई
गई सुन्तली गई
सुन्तली पोइल गई
गई सुन्तली गई
सुन्तली पोइल गई
गई सुन्तली गई
सुन्तली पोइल गई
गई सुन्तली गई
सुन्तली पोइल गई