चाहे भी जो दिल जाना न वहां
हम तुम से मिले थे जहाँ
जहा खाक उडेगी वहां
चाहे भी जो दिल जाना न वहां
हम तुमसे मिले थे जहाँ
जहा खाक उडेगी वहां
चाहे भी जो दिल
सीने में सुलगते गम लेकर
फिर न आना अँधेरी रातों में
जो भूल से हमने कह दी थी
आना न कभी उन बातों में
सब यही था भैया
चाहे भी जो दिल जाना न वहां
हम तुमसे मिले थे जहाँ
जहा खाक उडेगी वहां
चाहे भी जो दिल
क्या तूने किया क्या हमने किया
ये बात न दिल में दोहराना
पहले भी पराये थे हम तुम
अब फिर से पराये बन जाना
ठुकराके दिलो जा
चाहे भी जो दिल जाना न वहां
हम तुमसे मिले थे जहाँ
जहा खाक उडेगी वहां
चाहे भी जो दिल जाना न वहां
हम तुमसे मिले थे जहाँ
जहा खाक उडेगी वहां
चाहे भी जो दिल