नैनो में सावन मन मेरे फागुन
पलछिन जले और जलाए
याद आये बचपन याद आये रे
नैनो में सावन मन मेरे फागुन
पलछिन जले और जलाए
याद आये बचपन
याद आये रे याद आये रे
नाचि नैन में बचपन के साथी
याद आये वो पाठशाला
बनके किसी की जब राजरानी
पहनती थी वे फूल माला
वो दिन वो रतिया बीती वो बतिया
रह रह के दिल को दुखाए
रह रह के दिल को दुखाए
बाबुल का आँगन याद आये रे याद आये रे
उनसे मिलन की पहली घडी थी
मगर तोड़ दी प्रीत मैने
बन बावरि ह बन बन फिरी मै
गवाया मगर मीत मैंने
बनके मिति क्यों मैं यू लुटि
क्यों ये सोच हरदम सताए
ये सोच हरदम सताए
मन की वो उलझन याद आये रे याद आये रे
नैनो में सावन मन मेरे फागुन
पलछिन जले और जलाए
याद आये बचपन याद आये रे
मन का हिरन मेरे जाता कहां थी
गले में बंधी प्रेम डोरी
मन का हिरन मेरे जाता कहां थी
गले में बंधी प्रेम डोरी
फिर से मिले दो बिछड़े सितारे
मिले अपने चंदा से बिछड़ी चकोरी
एक पल ख़ुशी का चंचल हँसी का
मुझको हंसा के रुलाये
मुझको हंसा के रुलाये
सपनो का दर्पण याद आये रे याद आये रे
वो तूफान वो तूफान
वो तूफान भी याद आता है
जिसने घेर लिया जग सारा वो तूफान
वो तूफान भी याद आता है
जिसने घेर लिया जग सारा वो तूफान
वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्
गुंज उठा जग (वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्)
कोटी कोटी तन (वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्)
उठे आझादी का नारा (वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्)
गुंज उठा (वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्)
वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्
गुंज उठा (वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्)
वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्
गुंज उठा (वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्)
वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्
गुंज उठा (वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्)
वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्
गुंज उठा (वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्)