मेहनत रंग लाएगी
मेहनत रंग लाएगी
मेहनत रंग लाएगी
रंग रंग लाएगी
मेहनत रंग लाएगी मेरी
मेहनत रंग लाएगी मेरी
मेहनत रंग लाएगी
मेरी मेहनत रंग लाएगी
रंग लाएगी
ये होता वो होता तो आज मै वहां होता
हार मानने वाला ये बहाने लगा रोता
पूरे करने थे ख्वाब था मैं भी लाजवाब
झूठ बोले बेहिसाब खुद से करे गद्दारी
वो भूल ईमानदारी है मुमकिन सब जान ले
क्या नहीं होता यहाँ बंदा जो ठान ले
हार के पीछे तेरी खुद तू वजह
उठ फिर कर कोशिश लेले जीत का मज़ा
गवाह है ये कुदरत राज़ है गहरा
रात के बाद ही तो आता है सवेरा
वो भी लोग आम थे जो छू गए शिखर
उनमे करने का था जज़्बा ना थी हार की फ़िक्र
जो अटूट हो हौसला इरादे हो अटल
हां हार का भी एक दिन हो जाता है कतल
ये जीत की विधि जिसने अपनायी वो है जीता
खूबसूरत लिखी एक कवी ने ये कविता
की लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती
कोशिश करने वालो की कभी हार नहीं होती
रैपरोगी
मेहनत रंग लाएगी
मेहनत रंग लाएगी
मेहनत रंग लाएगी
रंग रंग लाएगी
मेहनत रंग लाएगी मेरी
मेहनत रंग लाएगी मेरी
मेहनत रंग लाएगी
मेरी मेहनत रंग लाएगी
रंग लाएगी