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Muqaddar Ka Sikandar [Jhankar Beats 2] Video (MV)




Performed By: Hero
Featuring: King Of Jhankar Studio, Kishore Kumar
Length: 5:07
Written by: ANANDJI KALYANJI, ANJAAN, ANANDJI V SHAH, KALYANJI VIRJI SHAH
[Correct Info]



Hero - Muqaddar Ka Sikandar [Jhankar Beats 2] Lyrics
Official





हे हे रोते हुए आते हैं सब
रोते हुए आते हैं सब हंसता हुआ जो जायेगा
वो मुक़द्दर का सिकंदर
वो मुक़द्दर का सिकंदर जानेमन केहलाएगा
रोते हुए आते हैं सब हंसता हुआ जो जायेगा

वो सिकंदर क्या था जिसने ज़ुल्म से जीता जहां
वो सिकंदर क्या था जिसने ज़ुल्म से जीता जहां
प्यार से जीते दिलों को वो झुका दे आसमान
जो सितारों पर कहानी प्यार की लिख जायेगा
वो मुक़द्दर का सिकंदर
वो मुक़द्दर का सिकंदर जानेमन केहलाएगा
रोते हुए आते हैं सब हंसता हुआ जो जायेगा

ज़िंदगी तो बेवफा है एक दिन ठुकराएगी
ज़िंदगी तो बेवफा है एक दिन ठुकराएगी
मौत महबूबा है अपने साथ लेकर जाएगी
मर के जीने की अदा जो दुनिया को सिखलाएगा
वो मुक़द्दर का सिकंदर
वो मुक़द्दर का सिकंदर जानेमन केहलाएगा
रोते हुए आते हैं सब हंसता हुआ जो जायेगा

हमने माना ये ज़माना दर्द की जागीर है
हमने माना ये ज़माना दर्द की जागीर है
हर कदम पे आंसुओं की इक नयी ज़ंजीर है
साज़-ए-गम जो खुशी के गीत गाता जाएगा
वो मुक़द्दर का सिकंदर
वो मुक़द्दर का सिकंदर जानेमन केहलाएगा
रोते हुए आते हैं सब हंसता हुआ जो जायेगा
वो मुक़द्दर का सिकंदर
वो मुक़द्दर का सिकंदर जानेमन केहलाएगा
जानेमन केहलाएगा जानेमन केहलाएगा
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हे हे रोते हुए आते हैं सब
रोते हुए आते हैं सब हंसता हुआ जो जायेगा
वो मुक़द्दर का सिकंदर
वो मुक़द्दर का सिकंदर जानेमन केहलाएगा
रोते हुए आते हैं सब हंसता हुआ जो जायेगा

वो सिकंदर क्या था जिसने ज़ुल्म से जीता जहां
वो सिकंदर क्या था जिसने ज़ुल्म से जीता जहां
प्यार से जीते दिलों को वो झुका दे आसमान
जो सितारों पर कहानी प्यार की लिख जायेगा
वो मुक़द्दर का सिकंदर
वो मुक़द्दर का सिकंदर जानेमन केहलाएगा
रोते हुए आते हैं सब हंसता हुआ जो जायेगा

ज़िंदगी तो बेवफा है एक दिन ठुकराएगी
ज़िंदगी तो बेवफा है एक दिन ठुकराएगी
मौत महबूबा है अपने साथ लेकर जाएगी
मर के जीने की अदा जो दुनिया को सिखलाएगा
वो मुक़द्दर का सिकंदर
वो मुक़द्दर का सिकंदर जानेमन केहलाएगा
रोते हुए आते हैं सब हंसता हुआ जो जायेगा

हमने माना ये ज़माना दर्द की जागीर है
हमने माना ये ज़माना दर्द की जागीर है
हर कदम पे आंसुओं की इक नयी ज़ंजीर है
साज़-ए-गम जो खुशी के गीत गाता जाएगा
वो मुक़द्दर का सिकंदर
वो मुक़द्दर का सिकंदर जानेमन केहलाएगा
रोते हुए आते हैं सब हंसता हुआ जो जायेगा
वो मुक़द्दर का सिकंदर
वो मुक़द्दर का सिकंदर जानेमन केहलाएगा
जानेमन केहलाएगा जानेमन केहलाएगा
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Writer: ANANDJI KALYANJI, ANJAAN, ANANDJI V SHAH, KALYANJI VIRJI SHAH
Copyright: Lyrics © Royalty Network

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