Back to Top

Jagjit Singh - Dil Hi To Hai Lyrics



Jagjit Singh - Dil Hi To Hai Lyrics
Official




दिल ही तो है, न संग-ओ-ख़िश्त
दर्द से भर न आए क्यूँ
रोएँगे हम हज़ार बार
कोई हमें सताए क्यूँ

क़ैद-ए-हयात-ओ-बन्द-ए-ग़म अस्ल में दोनों एक हैं
क़ैद-ए-हयात-ओ-बन्द-ए-ग़म अस्ल में दोनों एक हैं
मौत से पहले आदमी ग़म से निजात पाए क्यूँ
दिल ही तो है, न संग-ओ-ख़िश्त
दर्द से भर न आए क्यूँ
रोएँगे हम हज़ार बार
कोई हमें सताए क्यूँ

'ग़ालिब"-ए-ख़स्ता के बग़ैर कौन से काम बन्द हैं
'ग़ालिब"-ए-ख़स्ता के बग़ैर कौन से काम बन्द हैं
रोइए ज़ार-ज़ार क्या, कीजिए हाय-हाय क्यूँ
दिल ही तो है, न संग-ओ-ख़िश्त
दर्द से भर न आए क्यूँ
रोएँगे हम हज़ार बार
कोई हमें सताए क्यूँ
[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




दिल ही तो है, न संग-ओ-ख़िश्त
दर्द से भर न आए क्यूँ
रोएँगे हम हज़ार बार
कोई हमें सताए क्यूँ

क़ैद-ए-हयात-ओ-बन्द-ए-ग़म अस्ल में दोनों एक हैं
क़ैद-ए-हयात-ओ-बन्द-ए-ग़म अस्ल में दोनों एक हैं
मौत से पहले आदमी ग़म से निजात पाए क्यूँ
दिल ही तो है, न संग-ओ-ख़िश्त
दर्द से भर न आए क्यूँ
रोएँगे हम हज़ार बार
कोई हमें सताए क्यूँ

'ग़ालिब"-ए-ख़स्ता के बग़ैर कौन से काम बन्द हैं
'ग़ालिब"-ए-ख़स्ता के बग़ैर कौन से काम बन्द हैं
रोइए ज़ार-ज़ार क्या, कीजिए हाय-हाय क्यूँ
दिल ही तो है, न संग-ओ-ख़िश्त
दर्द से भर न आए क्यूँ
रोएँगे हम हज़ार बार
कोई हमें सताए क्यूँ
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Ghalib Mirza, Jagjit Singh
Copyright: Lyrics © Royalty Network

Back to: Jagjit Singh



Jagjit Singh - Dil Hi To Hai Video
(Show video at the top of the page)


Performed By: Jagjit Singh
Length: 4:48
Written by: Ghalib Mirza, Jagjit Singh

Tags:
No tags yet