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Maikade Mein Baithe Hai Video (MV)




Performed By: Junaid Akhtar
Language: Hindi
Length: 6:26
Written by: Junaid Akhtar, Sayeed Rahi




Junaid Akhtar - Maikade Mein Baithe Hai Lyrics
Official




मैखने में बैठे है
और मई को तरसते हैं
मैखने में बैठे हैं
और मई को तरसते हैं
महॉल हैं फूलो का
संग बरसते हैं
मैखने में बैठे हैं
और मई को तरसते हैं

दीवानो की नागरी में
हुशियार भी बस्ते हैं
दीवानो की नागरी में
हुशियार भी बस्ते हैं
रखते हैं ताल्लुक भी
आवाज़ भी कष्ते हैं
मैखने में बैठे हैं
और मई को तरसते हैं
महॉल हैं फूलो का
संग बरसते हैं
मैखने में बैठे हैं
और मई को तरसते हैं

तुम अंजुमन ना रहो
तुम जानो तो क्या जानो
तुम अंजुमन ना रहो
तुम जानो तो क्या जानो
नागो की तरह उन्हें
तन्हाई के दस्ते हैं
मैखने में बैठे हैं
और मई को तरसते हैं
महॉल हैं फूलो का
संग बरसते हैं
मैखने में बैठे हैं
और मई को तरसते हैं

इश्स डोरे तरक्की में
हर जिनसे मई असर हैं
इश्स डोरे तरक्की में
हर जिनसे मई असर हैं
इंसान ख़रीदो
इंसान भी सस्ते हैं
मैखने में बैठे हैं
और मई को तरसते हैं
महॉल हैं फूलो का
संग बरसते हैं
मैखने में बैठे हैं
और मई को तरसते हैं
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Romanized

मैखने में बैठे है
और मई को तरसते हैं
मैखने में बैठे हैं
और मई को तरसते हैं
महॉल हैं फूलो का
संग बरसते हैं
मैखने में बैठे हैं
और मई को तरसते हैं

दीवानो की नागरी में
हुशियार भी बस्ते हैं
दीवानो की नागरी में
हुशियार भी बस्ते हैं
रखते हैं ताल्लुक भी
आवाज़ भी कष्ते हैं
मैखने में बैठे हैं
और मई को तरसते हैं
महॉल हैं फूलो का
संग बरसते हैं
मैखने में बैठे हैं
और मई को तरसते हैं

तुम अंजुमन ना रहो
तुम जानो तो क्या जानो
तुम अंजुमन ना रहो
तुम जानो तो क्या जानो
नागो की तरह उन्हें
तन्हाई के दस्ते हैं
मैखने में बैठे हैं
और मई को तरसते हैं
महॉल हैं फूलो का
संग बरसते हैं
मैखने में बैठे हैं
और मई को तरसते हैं

इश्स डोरे तरक्की में
हर जिनसे मई असर हैं
इश्स डोरे तरक्की में
हर जिनसे मई असर हैं
इंसान ख़रीदो
इंसान भी सस्ते हैं
मैखने में बैठे हैं
और मई को तरसते हैं
महॉल हैं फूलो का
संग बरसते हैं
मैखने में बैठे हैं
और मई को तरसते हैं
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Writer: Junaid Akhtar, Sayeed Rahi
Copyright: Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC


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