[ Featuring Kishore Kumar, Bollywood Sped Up ]
नीले नीले अम्बर पर चाँद जब आये
प्यार बरसाए हमको तरसाये
ऐसा कोई साथी हो
ऐसा कोई प्रेमी हो
प्यास दिल की बुझा जाए
नीले नीले अम्बर पर चाँद जब आये
प्यार बरसाए हमको तरसाये
ऐसा कोई साथी हो ऐसा कोई प्रेमी हो
प्यास दिल की बुझा जाए
नीले नीले अम्बर पर चाँद जब आये
प्यार बरसाए हमको तरसाये
ओ ऊँचे ऊँचे पर्वत जब चूमते है अम्बर को
प्यासा प्यासा अम्बर जब चूमता है सागर को
ऊँचे ऊँचे पर्वत जब चूमते है अम्बर को
प्यासा प्यासा अम्बर जब चूमता है सागर को
प्यार से कसने को बाहों में बसने को
दिल मेरा ललचाये कोई तो आ जाये
ऐसा कोई साथी हो ऐसा कोई प्रेमी हो
प्यास दिल की बुझा जाए
नीले नीले अम्बर पर चाँद जब आये
प्यार बरसाए हमको तरसाये
हे, छम-छम करता सावन बूँदों के बाण चलाए
सतरंगी बरसातों में जब तन-मन भीगा जाए
छम-छम करता सावन बूँदों के बाण चलाए
सतरंगी बरसातों में जब तन-मन भीगा जाए
प्यार में नहाने को, डूब ही जाने को
दिल मेरा तड़पाए, ख़्वाब जगा जाए
ऐसा कोई साथी हो, ऐसा कोई प्रेमी हो
प्यास दिल की बुझा जए
नीले-नीले अंबर पर चाँद जब आए
प्यार बरसाए, हम को तरसाए