आवारापन बंजारापन
एक हला है सीने में
हर दम हर पल बेचैनी है
कौन भला है सीने में
इस धरती पर जिस पल सूरज
रोज़ सवेरे उगता है
अपने लिए तो ठीक उसी पल
रोज़ ढला है सीने में
आवारापन बंजारापन
एक हला है सिने में
जाने यह कैसी आग लगी है
इस में धुआ ना चिंगारी
हो ना हो उस पर कहीं कोई
ख्वाब जला है सीने में
आवारापन बंजारापन
एक हला है सीने में
जिस रास्ते पर तप्ता सूरज
सारी रात नही ढलता
इश्क़ की ऐसे रहा गुज़र को
हम ने चुना है सीने में
आवारापन बंजारापन
एक हला है सिने में