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Krishna Bhakt - Mangal Bhawan Amangal Hari Lyrics



Krishna Bhakt - Mangal Bhawan Amangal Hari Lyrics
Official




कौशल्या, दशरथ के नंदन
राम ललाट पे शोभित चन्दन
रघुपति की जय बोले लक्ष्मण
राम सिया का हो अभिनन्दन
अंजनी पुत्र पड़े हैं चरण में
राम सिया जपते तन मन में
मंगल भवन अमंगल हारी
द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी
राम सिया राम, सिया राम
जय जय राम
राम सिया राम, सिया राम
जय जय राम

रघुकुल रीत सदा चली आई
प्राण जाए पर वचन न जाई
राम सिया राम
सिया राम जय जय राम
राम सिया राम
सिया राम जय-जय राम
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कौशल्या, दशरथ के नंदन
राम ललाट पे शोभित चन्दन
रघुपति की जय बोले लक्ष्मण
राम सिया का हो अभिनन्दन
अंजनी पुत्र पड़े हैं चरण में
राम सिया जपते तन मन में
मंगल भवन अमंगल हारी
द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी
राम सिया राम, सिया राम
जय जय राम
राम सिया राम, सिया राम
जय जय राम

रघुकुल रीत सदा चली आई
प्राण जाए पर वचन न जाई
राम सिया राम
सिया राम जय जय राम
राम सिया राम
सिया राम जय-जय राम
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Writer: Traditional
Copyright: Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL)




Krishna Bhakt - Mangal Bhawan Amangal Hari Video
(Show video at the top of the page)


Performed By: Krishna Bhakt
Length: 2:39
Written by: Traditional

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