मेरी नज़र तुझे ही ढूंडे
तू मुझे छोड़ गया कहाँ
तेरे ही साथ ज़िंदगी मेरी
तेरे ही साथ मेरा जहाँ
हर इक लम्हा याद आए
जो तेरे साथ बीता था
वो मैं खुदा से ज़िंदगी ,मांगू
जो तेरे साथ जीता था
वो मैं खुदा से ज़िंदगी मांगू
जो तेरे साथ जीता था
हा आ आ आ
मेरी राहें ढूंडे तुझे
तू जिनमे खोने को कहती थी
मेरी बाहें ढूंडे तुझे
तू जिनमे सोने को कहती थी
मैं वो जाम भी पीयू अकेला
जो तेरे साथ पीता था
वो मैं खुदा से ज़िंदगी मांगू
जो तेरे साथ जीता था
वो मैं खुदा से ज़िंदगी मांगू
जो तेरे साथ जीता था
हा आ आ आ
कितने हसीन थे पल तेरे मेरे
तू खमोखा मुझे छोड़ गया
दी थी तुझे जो प्यार की निशानिया
वो मेरे सामने तोड़ गया
मैं तुझे खोके सब कुछ हारा
जो तुझे पाके जीता था
वो मैं खुदा से ज़िंदगी मांगू
जो तेरे साथ जीता था
वो मैं खुदा से ज़िंदगी मांगू
जो तेरे साथ जीता था (हा आ आ आ )