चाँद मध्यम है
आसमान चुप है
नींद की गोद में
जहां चुप है
चाँद मध्यम है
आसमान चुप है
दूर वादी में
दूधिया बादल
झुक के पर्बत
को प्यार करते हैं
दिल में नाकाम
हसरतें लेकर
हम तेरा
इंतज़ार करते हैं
चाँद मध्यम है
आसमान चुप है
इन बहारों के
साये में आजा
इन बहारों के
साये में आजा
फिर मोहब्बत
जवां रहे न रहे
ज़िन्दगी तेरे
नामुरादों पर
कल तलक मेहरबां रहे न रहे
चाँद मध्यम है
आसमान चुप है
रोज़ की तरह आज भी तारे
सुबह की गर्द में
ना खो जाएं
आ तेरे ग़म में
जागती आँखें
कम से कम
एक रात सो जाएँ
चाँद मध्यम है
आसमान चुप है.