हे राम हे राम
हे राम हे राम
हे राम तेरे राज मे कैसे जिए सिताए
हे राम तेरे राज मे कैसे जिए सिताए
कैसे जिए सिताए, निर्दोष हम अबलाए
हे राम हे राम
क्यूँ जनम से पहले मार ना डाला
तूने नारी को तूने नारी को
क्यूँ दुख सागर मे डुबो दिया
धरती की दुलारी को, धरती की दुलारी को
जाए तो कहा से जाए
जाए तो कहा से जाए हम प्रेम की प्रतिमाए
हे राम हे राम
हे जगतपिता आँसू से भारी
तकदीर ह्यूम क्यूँ दी, तकदीर हमें क्यूँ दी
जो पाव जकड़ कर रख दे वो
ज़ंझीर हमें क्यूँ दी, ज़ंझीर हमें क्यूँ दी
हम अपने ही घर मे वही है
हम अपने ही घर मे बनी है अग्नि से घिरी चिताए
हे राम हे राम
हे राम तेरे राज मे कैसे जिए सिताए
कैसे जिए सिताए, निर्दोष हम अबलाए
हे राम हे राम