मोर बोले चकोर बोले
आज राधा के नैनो मे श्याम डोले
मोर बोले चकोर बोले
आज राधा के नैनो मे श्याम डोले
मोर बोले चकोर बोले
शाम मेरी फीकी फीकी अँखियो का कज़रा
वहीं मेरी सुनी सुनी बहियों का गजरा
शाम मेरी फीकी फीकी अँखियो का कज़रा
वहीं मेरी सुनी सुनी बहियों का गजरा
मेरे जीवन मे रस की फुहार होले
मोर बोले चकोर बोले
आज राधा के नैनो मे श्याम डोले
मोर बोले चकोर बोले
दूर से कनहियाँ ने मुझको पुकारा
मुरली की धुन मे किया है इशारा
मेरे सपनो की वीना के तार बोले
मोर बोले चकोर बोले
आज मेरे मन की लगन रंग लाई
प्यार का संदेसा भी संग संग लाई
आज मेरे मन की लगन रंग लाई
प्यार का संदेसा भी संग संग लाई
मेरी बगिया मे छम छम बहार डोले
मोर बोले चकोर बोले
आज राधा के नैनो मे श्याम डोले
मोर बोले चकोर बोले