आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ
उँचे हिमालय के नीचे छुप के चनारो के पिछे
सोए रहेंगे मेरे सपने
सोए रहेंगे मेरे सपने
कब तक यूही अंखिया मिचे मिचे
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
उँचे हिमालय के नीचे छुप के चनारो के पिछे
सोए रहेंगे मेरे सपने
सोए रहेंगे मेरे सपने
कब तक यूँही अँखियाँ मिचे मिचे
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
उँचे हिमालय के नीचे
आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ
ऐसे रहे ये मनवा व्याकुल
ऐसे रहे ये मनवा व्याकुल
क़ैद मे जैसे कोई बुलबुल
क़ैद मे जैसे कोई बुलबुल
अब ना भाए ए ए ए
अब ना भाए मुझको बाबुल ये तेरे बाग बगीचे बगीचे
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
उँचे हिमालय के नीचे
आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ
धूप से खेले ऐसे छैयां
धूप से खेले ऐसे छैया
प्यार मे जैसे कोई सैया
प्यार मे जैसे कोई सैया
थाम ले कंगना
थाम ले कंगना वाली बैयाँ पनघट पे पीपल के नीचे नीचे
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
उँचे हिमालय के नीचे