[ Featuring Tusshar Mallek ]
भीगी सी आँखों में छिपा क्या है
दबी सी सांसों में गहरा क्या है
चुप है जुबां ठहरे कदम
हा कह भी दे आखिर इस दिल में क्या है
हा हु हा हु हा हु हा हु हा हु
चाहा जो पाया फिर ग़म क्या है
था थोड़ा ज़्यादा फिर कम क्या है
चुप है जुबां ठहरे कदम
कह भी दे आखिर इस दिल में क्या है
बह चला जो आँसू अभी
था छिपा कभी तो यहीं
थी क्या वजह जो आज भी
हा हा बह चला हा हा हा
बह चला हा हा हा बह चला हा हा बह चला हा हा हा हा
नादान है क्या तू और अनजान भी
अकेले में खुद को सताता क्या है
रूठा है तू खुद से कहीं
सीने से सबको लगाता क्या है
बह चला जो आँसू अभी
था छिपा कभी तो यहीं
थी क्या वजह जो आज भी
हा हा हा बह चला औ औ
बह चला औ औ बह चला औ औ बह चला आ आ आ आ बह चला