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Manna Dey - Girti Jati Hai Din Pratidin Lyrics



Manna Dey - Girti Jati Hai Din Pratidin Lyrics
Official




गिरती जाती है दिन प्रतिदिन प्रनयणी प्राणों की हाला
भग्न हुआ जाता दिन प्रतिदिन सुभगे मेरा तन प्याला
रूठ रहा है
रूठ रहा है मुझसे रूपसि, दिन दिन यौवन का साक़ी
सूख रही है दिन दिन सुन्दरी
सूख रही है दिन दिन सुन्दरी, मेरी जीवन मधुशाला
मेरी जीवन मधुशाला
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गिरती जाती है दिन प्रतिदिन प्रनयणी प्राणों की हाला
भग्न हुआ जाता दिन प्रतिदिन सुभगे मेरा तन प्याला
रूठ रहा है
रूठ रहा है मुझसे रूपसि, दिन दिन यौवन का साक़ी
सूख रही है दिन दिन सुन्दरी
सूख रही है दिन दिन सुन्दरी, मेरी जीवन मधुशाला
मेरी जीवन मधुशाला
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Writer: JAIDEV, HARIVANSH RAI BACHCHAN
Copyright: Lyrics © Royalty Network

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