हो जमुना किनारे
जमुना किनारे
झिलमिल करे तारे
जहाँ बांसुरी बजाए
यशोदा का लड़का
जिसे सुन सुन राधाजी
का दिल धड़का
हो जमुना किनारे
पाव में पैंजनिया
पहेन चोरी चोरी
घर से चली रे
देखो राधे गोरी गोरी
क़दमों के निचे
क़दमों के
वो था गबरू जवान
झट खिच मुझे सिने लगा दिया
फिर बाँहो मे दबा के
बड़े प्यार से उठा के
लेके फुलो भरी सेज पे लेटा दिया
हो जमुना किनारे
नटखट था बड़ा कन्हैया
पकड़ी राधा की बैया
अरे राधाजी का नरम कर्जवा नाचे
ता ता थैया
एक तरफ गवालन गैय्या
एक तरफ था ढीठ कन्हैया
अँखियो से अंखिया टकराई
तो बहने लगी पुरवैया
लो प्रीत गगरिया छलकी
माथे से चुनरिया ढलकी
जहाँ बांसुरी बजाए
यशोदा का लड़का
जिसे सुन सुन राधाजी
का दिल धड़का
हो जमुना किनारे
राधा मोहन के मधुर मिलन की फ़ज़ा
देख कर उठी गगन में घटा
पवन को हटा मेघ जो फटा
बरसने लगा रे मुसलधार
गोकुल भीगा आ आ आ
गोकुल भीगा
मधुबन भिगा
भीगे किशन मुरार
भीग गयी रे कुँवरी राधिका
भीगा उनका प्यार
पंछी भोर को पुकारे
पंछी भोर को पुकारे
खुले नैन रतनारे
जहाँ बांसुरी बजाए
यशोदा का लड़का
जिसे सुन सुन राधाजी
का दिल धड़का
हो जमुना किनारे