पूछता जहान है, कहाँ तेरा भगवान है
मेरी ये परीक्षा नहीं, तेरा इम्तिहान है
तेरा इम्तिहान है
पूछता जहान है, कहाँ तेरा भगवान है
झूठ और कपट का वे बाज़ार आज गर्म है
पाखंड में छुपा हुआ पाखंदियो का धर्म है
आज का संसार अपना भूल रहा कर्म है
आँख में इंसान की जरा ना रही शरम है
धरती इसके की गवाह है आसमान है
मेरी ये परीक्षा नहीं, तेरा इम्तिहान है
तेरा इम्तिहान है
पूछता जहान है, कहाँ तेरा भगवान है
विशकलंक पर कभी कलंक जो लग जाएगा
जुल्म की घटाओं में इन्साफ डूब जाएगा
सत्य हार जाएगा और झूठ जीत जाएगा
फ़िर जहान में ना कोई गीत तेरे गायेगा
काँपता ईमान है, इंसान परेशान है
मेरी ये परीक्षा नहीं, तेरा इम्तिहान है
तेरा इम्तिहान है
पूछता जहान है, कहाँ तेरा भगवान है
शक्ति अब दिखा तेरी, नहीं तो भक्ति हारती
है कहाँ दया तेरी जो भक्त को उभारती
मीरा के नयन में देख आँसुओ की आरती
आज लाख लाख द्रौपदी तुझे पुकारती
तुझको नहीं ध्यान है, खामोश तू जवान है
मेरी ये परीक्षा नहीं, तेरा इम्तिहान है
तेरा इम्तिहान है
पूछता जहान है, कहाँ तेरा भगवान है