Back to Top

Na Tum Amir Hoti Video (MV)




Performed By: Mohammed Aziz
Featuring: Sadhana Sargam
Length: 6:06
Written by: Anwar Sagar




Mohammed Aziz - Na Tum Amir Hoti Lyrics
Official




[ Featuring Sadhana Sargam ]

ना तू अमीर होती ना में गरीब होता
ना तू अमीर होती ना में गरीब होता
अगर तेरा मेरा ओ दिलबर एक जैसा नसीब होता
तो दूर हम ना होते मजबूर हम ना होते
तो दूर हम ना होते मजबूर हम ना होते

ना मैं अमीर होती ना तू गरीब होता
अगर तेरा मेरा ओ दिलबर एक जैसा नसीब होता
तो दूर हम ना होते मजबूर हम ना होते
तो दूर हम ना होते मजबूर हम ना होते

साथिया साथिया
साथिया साथिया

सदियों से ये जमाना दुश्मन है दो दिलों का
दुश्मन है दो दिलों का
तोडा है जालिमों ने हर सपना आशिकों का
हर सपना आशिकों का

हर मोड़ ले हम देंगे चाहत के इम्तिहान
ना में वफा पे हम तो हो जाएंगे कुर्बान
हो जाएंगे कुर्बान
जो प्यार का ना आपने कोई रकीब होता
तो दूर हम ना होते मजबूर हम ना होते
तो दूर हम ना होते मजबूर हम ना होते

साथिया साथिया
साथिया साथिया

उल्फत का ये फ़साना हम खून से लिखेंगे
हम खून से लिखेंगे
जीना है संग तेरे संग तेरे ही मरेंगे
संग तेरे ही मरेंगे

हर मोड़ पे है अब तो ये इश्क़ का ऐलान
रोके से ना रुकेगा ये प्यार का तूफान
ये प्यार का तूफान

जो प्यार का मसीहा अपने करीब होता
तो दूर हम ना होते मजबूर हम ना होते

तो दूर हम ना होते मजबूर हम ना होते
साथिया साथिया
साथिया साथिया
साथिया साथिया
साथिया साथिया
[ Correct these Lyrics ]

[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




ना तू अमीर होती ना में गरीब होता
ना तू अमीर होती ना में गरीब होता
अगर तेरा मेरा ओ दिलबर एक जैसा नसीब होता
तो दूर हम ना होते मजबूर हम ना होते
तो दूर हम ना होते मजबूर हम ना होते

ना मैं अमीर होती ना तू गरीब होता
अगर तेरा मेरा ओ दिलबर एक जैसा नसीब होता
तो दूर हम ना होते मजबूर हम ना होते
तो दूर हम ना होते मजबूर हम ना होते

साथिया साथिया
साथिया साथिया

सदियों से ये जमाना दुश्मन है दो दिलों का
दुश्मन है दो दिलों का
तोडा है जालिमों ने हर सपना आशिकों का
हर सपना आशिकों का

हर मोड़ ले हम देंगे चाहत के इम्तिहान
ना में वफा पे हम तो हो जाएंगे कुर्बान
हो जाएंगे कुर्बान
जो प्यार का ना आपने कोई रकीब होता
तो दूर हम ना होते मजबूर हम ना होते
तो दूर हम ना होते मजबूर हम ना होते

साथिया साथिया
साथिया साथिया

उल्फत का ये फ़साना हम खून से लिखेंगे
हम खून से लिखेंगे
जीना है संग तेरे संग तेरे ही मरेंगे
संग तेरे ही मरेंगे

हर मोड़ पे है अब तो ये इश्क़ का ऐलान
रोके से ना रुकेगा ये प्यार का तूफान
ये प्यार का तूफान

जो प्यार का मसीहा अपने करीब होता
तो दूर हम ना होते मजबूर हम ना होते

तो दूर हम ना होते मजबूर हम ना होते
साथिया साथिया
साथिया साथिया
साथिया साथिया
साथिया साथिया
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Anwar Sagar
Copyright: Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC


Tags:
No tags yet