अब डर है किसका प्यारे
गम भागे बेटा सारे
एक रंग बिरंगी चिड़िया
अब तो लगेगी हाथ हमारे
अरे मारा मारा
अब डर है किसका प्यारे
गम भागे बेटा सारे
एक रंग बिरंगी चिड़िया
अब तो लगेगी हाथ हमारे
अरे मारा मारा हाँ
चुगती थी चोरी चोरी
जो मेरे दिल का दाना
उड़ जाती थी तड़पा कर
नित् करके नया बहाना
चुगती थी चोरी चोरी
जो मेरे दिल का दाना
उड़ जाती थी तड़पा कर
नित् करके नया बहाना
हम इश्क़ में जिसके बरसो से
फिरते थे मरे मरे
अब तो लगेगी हाथ हमारे
अरे मारा मारा क्यूँ
थी फूल से बुलबुल से बिछड़ी
पर बन गयी अब तो बिगड़ी
अब गरमा गरम पकेगी
दिन रात प्यार की खिचड़ी आहा
हो जिसकी खातिर मैंने भी
दिल जान के सदके वारे
अब लगेगी हाथ हमारे
अरे मारा मारा समझे
दिन सात घडी के होंगे
सत्रह घंटे की राते
छुप छुप कर चाँद सुनेगा
एक चिड़ी चिड़े की बातों
दिन सात घडी के होंगे
सत्रह घंटे की राते
छुप छुप कर चाँद सुनेगा
एक छिड़ी चिड़े की बातों
वो जिसने खूब चलाई है
दिल पर नखरो के ारे
अब लगेगी हाथ हमारे
अरे मारा मारा
अब डर है किसका प्यारे
गम भागे बेटा सारे
एक रंग बिरंगी चिड़िया
अब तो लगेगी हाथ हमारे
अरे मारा मारा मारा मारा मारा मारा रे मारा रे मारा रे मारा