ए जान-ए-वफ़ा
ऐसा भी क्या तुम तो खफा हमसे हो गए
ए जान-ए-वफ़ा
ऐसा भी क्या तुम तो खफा हमसे हो गए
ये तुमने कहा था के हम है तुम्हारे
तो हम भी ये समझे के तुम हो हमारे
फिर हमें किस बात की सज़ा दे रहे हो
ए जान-ए-वफ़ा
ऐसा भी क्या तुम तो खफा हमसे हो गए
इधर रह गयी या उधर रह गयी है
कही कुछ कमी सी मगर रह गयी है
मेरी वफ़ा का ये क्या सिला दे रहे हो
ए जान-ए-वफ़ा
ऐसा भी क्या तुम तो खफा हमसे हो गए
जहा प्यार होगा शरारत भी होगी
जहा होगी अनबन मोहोब्बत भी होगी
झुकी झुकी आँखो से ये पता दे रहे हो
ए जान-ए-वफ़ा
ऐसा भी क्या तुम तो खफा हमसे हो गए
ए जान-ए-वफ़ा
ऐसा भी क्या तुम तो खफा हमसे हो गए