बड़ी देर भई बड़ी देर भई
कब लोगे ख़बर मोरे राम
कब लोगे ख़बर मोरे राम
बड़ी देर भई बड़ी देर भई
कहते हैं तुम हो दया के सागर
फिर क्यूँ ख़ाली मेरी गागर
झूमें झुके कभी ना बरसे
कैसे हो तुम घनश्याम
कैसे हो तुम घनश्याम
हे राम हे राम
बड़ी देर भई बड़ी देर भई
सुनके जो बहरे बन जाओगे
आप ही छलिया कह लाओगे
मेरी बात बने ना बने
हो जाओगे तुम बदनाम
हो जाओगे तुम बदनाम
हे राम हे राम
बड़ी देर भई बड़ी देर भई
कब लोगे ख़बर मोरे राम
कब लोगे ख़बर मोरे राम
चलते चलते मेरे पग हारे
आई जीवन की शाम
कब लोगे ख़बर मोरे राम
बड़ी देर भई बड़ी देर भई