दो घूँट चाय पी और सैर दुनिया की
देखो मैं करके आ गया आ गया
आ गया मैं सैर करके आ गया
दो घूँट चाय पी और सैर दुनिया की
देखो मैं करके आ गया आ गया
आ गया मैं सैर करके आ गया
दुनिया ही जन्नत है जन्नत मे क्या होगा
देखे यहाँ लाखों वहाँ तो एक खुदा होगा
आदम ही आदम है किस बात मे कम है
इसको बनाया क्यूँ खुदा को भी यही ग़म है
अपने किए पर आप ही
देखो खुदा पछता गया पछता गया
दो घूँट चाय पी और सैर दुनिया की
देखो मैं करके आ गया आ गया
आ गया मैं सैर करके आ गया
महफ़िल घड़ी भर की फिर भी सुहानी है
कितनी हसीन कितनी जवान माना के फानी है
अपनी अदा से जी
जब तक है दम बाकी
तू आप ही पैमाना बन और आप ही साक़ि
ज़िंदा वो दुनिया मे रहा
दुनिया को जो ठुकरा गया ठुकरा गया
दो घूँट चाय पी और सैर दुनिया की
देखो मैं करके आ गया आ गया
आ गया मैं सैर करके आ गया
यारों इधर आओ मुझसे ना घबराओ
मुझको खिला सकते नहीं तो मुझसे कुछ खाओ
खाने खियालाने से कुछ कम नहीं होता
अपने अगर खा जाएँ तो कुछ ग़म नहीं होता
खाकर अकेले रात दिन
मेरा तो दिल घबरा गया घबरा गया
दो घूँट चाय पी और सैर दुनिया की
देखो मैं करके आ गया आ गया
आ गया मैं सैर करके आ गया हीही हीही