दूर है वो आँचल
जो पूछे तेरे आंसू
सोजा सोजा सोजा सोजा
दूर है वो आँचल जो
पूछे तेरे आंसू
सोजा सोजा सोजा सोजा
तू तो रो भी सके
मै रो भी ना सकु
सोजा सोजा सोजा सोजा
जो बहार आयी थी एक
दिन अरमान की तरह
जो बहार आयी थी एक
दिन अरमान की तरह
वो गयी अपने आँगन
से मेहमान की तरह
साथी वो भी नहीं
साथी तू भी नहीं
सोजा सोजा सोजा सोजा
आके रह जाता है
शिकवा होठो के तले
आके रह जाता है
शिकवा होठो के तले
जिसको लुटा हो अपने
ने किसका नाम ले
विरा करके गया
घर को घर का दिया
सोजा सोजा सोजा सोजा
दूर है वो आँचल जो
पूछे तेरे आंसू
सोजा सोजा सोजा सोजा
तू तो रो भी सके
मै रो भी ना सकु
सोजा सोजा सोजा सोजा