एक प्यार करने वाले ने
एक प्यार करने वाले से
ये पुछा के प्यार कहा रहता है
उड़ता उड़ता एक पंछी बोला रे पगले वहा रहता है
दिल में दर्द जहा रहता है
उड़ता उड़ता एक पंछी बोला रे पगले वहा रहता है
दिल में दर्द जहा रहता है
दिल दरिया समंदर सलामे
इनका आर ना पर
ये वो नया जिसका खिवैय्या
ना कोई पतवार
तो फिर प्यार क्यों करे लोग
प्यार की खातिर क्यों ले जा
तो एक नन्ही मुन्नी सी चिड़िया
प्रेमी के कानों में कह गयी
प्यार बिना ये जग खोता है
खुद भगवान ये कहता है
कौन ये जाने कब हो जाये
किस संग सांचा मेल
महंगा भी है सस्ता भी है
अखियों का ये खेल
कब किस से लड़ जाये नैंन
कब कहा खो जाये मन का चैन
प्यार ही दुःख है प्यार ही सुख है
प्यार के भेद निराले
ना इस राज़ को मुल्ला समझे
ना पंडित कोठी वाले
मगर एक बगिया में कोयल कूक के बोली
प्यार बिना ये जग खोता है
खुद भगवान ये कहता है