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Mohammed Rafi - Ghaflat Mein Sone Walo Lyrics



Mohammed Rafi - Ghaflat Mein Sone Walo Lyrics
Official




गफलत मे सोने वालो रब ने तुम्हे पुकारा
उठकर ज़रा तो देखो कुदरत का ये नज़ारा

रहमत का उजाला छाया अल्लाह ने ये फरमाया
उठो ए मोमिनो वाहे रमजान आया
उठो ए मोमिनो वाहे रमजान आया
रहमत का उजाला छाया अल्लाह ने ये फरमाया
उठो ए मोमिनो वाहे रमजान आया
उठो ए मोमिनो वाहे रमजान आया

खुदा मोमिनो पर फिदा हो रहा है
मगर तू अभी बेख़बर सो रहा है
खुदा मोमिनो पर फिदा हो रहा है
मगर तू अभी बेख़बर सो रहा है
घड़ी ये मुक़द्दस तू क्यू खो रहा है
घड़ी ये मुक़द्दस तू क्यू खो रहा है
है सारे नमाज़ी जागे रहमत भी खड़ी है आगे
उठो ए मोमिनो वाहे रमजान आया
उठो ए मोमिनो वाहे रमजान आया
के है फ़र्ज़ रोज़ा यहाँ हर बशर पर
कयामत के दिन अपने दामन मे भर कर
यही ने किया सबको जाना है लेकर
ये बरकत की रातें ये दिन है मुनव्वर
खुदा आज रहमत लुटाता है घर घर
हुआ बंद देखो गुनाहो का दफ़्तर
बिछा दी फ़रिश्तो ने रहमत की चादर
बिछा दी फ़रिश्तो ने रहमत की चादर
कुरआन के पीस ये पारे रमजान मे रब ने उतारे
उठो ए मोमिनो वाहे रमजान आया
उठो ए मोमिनो वाहे रमजान आया
वाहे रमजान आया वाहे रमजान आया
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गफलत मे सोने वालो रब ने तुम्हे पुकारा
उठकर ज़रा तो देखो कुदरत का ये नज़ारा

रहमत का उजाला छाया अल्लाह ने ये फरमाया
उठो ए मोमिनो वाहे रमजान आया
उठो ए मोमिनो वाहे रमजान आया
रहमत का उजाला छाया अल्लाह ने ये फरमाया
उठो ए मोमिनो वाहे रमजान आया
उठो ए मोमिनो वाहे रमजान आया

खुदा मोमिनो पर फिदा हो रहा है
मगर तू अभी बेख़बर सो रहा है
खुदा मोमिनो पर फिदा हो रहा है
मगर तू अभी बेख़बर सो रहा है
घड़ी ये मुक़द्दस तू क्यू खो रहा है
घड़ी ये मुक़द्दस तू क्यू खो रहा है
है सारे नमाज़ी जागे रहमत भी खड़ी है आगे
उठो ए मोमिनो वाहे रमजान आया
उठो ए मोमिनो वाहे रमजान आया
के है फ़र्ज़ रोज़ा यहाँ हर बशर पर
कयामत के दिन अपने दामन मे भर कर
यही ने किया सबको जाना है लेकर
ये बरकत की रातें ये दिन है मुनव्वर
खुदा आज रहमत लुटाता है घर घर
हुआ बंद देखो गुनाहो का दफ़्तर
बिछा दी फ़रिश्तो ने रहमत की चादर
बिछा दी फ़रिश्तो ने रहमत की चादर
कुरआन के पीस ये पारे रमजान मे रब ने उतारे
उठो ए मोमिनो वाहे रमजान आया
उठो ए मोमिनो वाहे रमजान आया
वाहे रमजान आया वाहे रमजान आया
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Writer: AISH KANWAL, JITIN SHYAM
Copyright: Lyrics © Royalty Network




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