मुरादें ग़रीबों की पर्लाने वाले
मुसीबत में सबके ही काम आने वाले
फकीरों के दाता यतीमों के मौला
हो अपने पराये का ग़म खाने वाले
हमको भी दे दे सहारा
दो जहां के बादशाह
आसरा है इक तुम्हारा
दो जहां के बादशाह
हमको भी दे दे सहारा
हम सभी मोहताज़ हैं
तू है सखि तू ही करीम
हम सभी मोहताज़ हैं
तू है सखि तू ही करीम
दर्दमंदों के लिए है
तू ही तो है क़ामिल हकीम
दर्द जाने तू हमारा
दो जहां के बादशाह
हमको भी दे दे सहारा
कौन सी मुश्किल है जिसको
तूने आसान न किया
कौन सी मुश्किल है जिसको
तूने आसान न किया
तेरे दर पे जो भी आया
उसका दामन भर दिया
तू समन्दर तू किनारा
दो जहां के बादशाह
हमको भी दे दे सहारा
दो जहां के बादशाह
दो जहां के बादशाह
दो जहां के बादशाह