हम और तुम और यह समा
क्या नशा नशा सा है
बोलिए ना बोलिए
सब सुना सुना सा है
हम और तुम और ये समा
क्या नशा नशा सा है
बेक़रार से हो क्यों
हम को पास आने भी दो
गिर पड़ा जो हाथ से
वो रुमाल उठाने भी दो
बनते क्यों हो जाने भी दो
बनते क्यों हो जाने भी दो
हम और तुम और ये समा
क्या नशा नशा सा है
बोलिए ना बोलिए
सब सुना सुना सा है
आज बात बात पे
आप क्यों संभलने लगे
थरथराए होंठ क्यों
अश्क़ क्यों मचलने लगे
लिपटे केसू खुलने लगे
लिपटे केसू खुलने लगे
हम और तुम और ये समा
क्या नशा नशा सा है
बोलिए ना बोलिए
सब सुना सुना सा है