केह के भी न आये तुम
अब छुपने लगे तारे
दिल ले के तुम्ही जीते
दिल दे के हमी हारे
हम आस किये जाते
तुम पास नहीं आते
जाना था चले जाते
मिलाने तो चले आते
केह के भी न आये तुम
अब छुपने लगे तारे
दिल ले के तुम्ही जीते
दिल दे के हमी हारे
हमने था तुम्हे माना
तुमने ही न पहचाना
जब होना था बेगाना
तब क्यों किया दीवाना
केह के भी न आये तुम
अब छुपने लगे तारे
दिल ले के तुम्ही जीते
दिल दे के हमी हारे
सुनसान हुयी गलिया
सब सुख गयी कालिया
अब बीत चली घडिया
पर जाग रही अंखिया
केह के भी न आये तुम
अब छुपने लगे तारे
दिल ले के तुम्ही जीते
दिल दे के हमी हारे