ख्वाजा निराले मेरे अजमेर वाले
शान न्यारी तुम्हारी कहे दुनिया ये सारी
ख्वाजा निराले मेरे अजमेर वाले
शान न्यारी तुम्हारी कहे दुनिया ये सारी
ख्वाजा निराले
तुम्हारे दर पे हज़ारो की भीड़ रहती है
गुमओ के दर्द के मारों की भीड़ रहती है
(?)
ये वो चमन है जहा कोई भेद भाव नही
गुलों के साथ ही खारो की भीड़ रहती है
हिंदू मुसलमा सिख ईसाई
हिंदू मुसलमा सिख ईसाई
सुनते है ख्वाजा सब की दुहाई
सुनते है ख्वाजा सब की दुहाई
सुनते है ख्वाजा सब की दुहाई
तुमरी नज़र मे एक है दाता
तुमरी नज़र मे एक है दाता
चाहे राजा हो या भिखारी कहे ये दुनिया ये सारी
जान ये तुमपे वारी
ख्वाजा निराले मेरे अजमेर वाले
शान न्यारी तुम्हारी कहे दुनिया ये सारी
ख्वाजा निराले
हुए है यु तो बहुत आयी या ग़रीब नवाज़
तुम्हारा सबसे है रुतबा बड़ा ग़रीब नवाज़
मेरे ग़रीब नवाज़ मेरे ग़रीब नवाज़
खुदा तुम्हारी रज़ा मे है इसमे राज़ी
तुम्ही हो मजहबे शाने खुदा ग़रीब नवाज़
जिन्नो बशर करते है गुलामी
जिन्नो बशर करते है गुलामी
शमसुख अमर देते है सलामी
शमसुख अमर देते है सलामी
शमसुख अमर देते है सलामी
हूर माला एक अरसे पारी पे
हूर माला एक अरसे पारी पे
अरे बेक बिहारी जाओ तुमपे में वारी
कहे दुनिया ये सारी
ख्वाजा निराले मेरे अजमेर वाले
शान न्यारी तुम्हारी कहे दुनिया ये सारी
ख्वाजा निराले मेरे अजमेर वाले
शान न्यारी तुम्हारी कहे दुनिया ये सारी
ख्वाजा निराले