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Mohammed Rafi - Kuchh Kahen To Khafa Lyrics



Mohammed Rafi - Kuchh Kahen To Khafa Lyrics
Official




कुछ कहें तो खफा चुप रहे तो खफा
कुछ कहे वो खफा चुप रहे तो खफा
हाए कैसे सितमगर से पाला पड़ा
पास आने ना दे हो दूर जाने ना दे
कैसे अंजान दिलबर से पाला पड़ा
कुछ कहें तो खफा

ये आँखों का सूरूर नया नया है
ये जवानी का गुरुर नया नया है
ये आँखों का सूरूर नया नया है
ये जवानी का गुरुर नया नया है
अभी बाली उमर का है आखिरी कदम
यही सोच के सितम सहे जाते है हम
यही सोच के सितम सहे जाते है हम
कुछ कहें तो खफा
कुछ कहे वो खफा चुप रहे तो खफा
हाए कैसे सितमगर से पाला पड़ा
पास आने ना दे हो दूर जाने ना दे
कैसे अंजान दिलबर से पाला पड़ा
कुछ कहें तो खफा

ये माना के हुजूर है जाने चमन
बढ़ के कली से है नाजुक बदन
ये माना के हुजूर है जाने चमन
बढ़ के कली से है नाजुक बदन
कदर दिलवालो की कुछ कीजिये
करम कीजिए और दुआ लीजिए
करम कीजिए और दुआ लीजिए
कुछ कहें तो खफा
कुछ कहें तो खफा चुप रहे तो खफा
हाए कैसे सितमगर से पाला पड़ा
पास आने ना दे हो दूर जाने ना दे
कैसे अंजान दिलबर से पाला पड़ा
कुछ कहें तो खफा

कल की है बात हुए हो जवान
उठाये हुए हो मगर आसमान
कल की है बात हुए हो जवान
उठाये हुए हो मगर आसमान
चार दिन मे क़यामत मचाये हुए हो
सारी दुनिया को पीछे लगाये हुए हो
सारी दुनिया को पीछे लगाये हुए हो
कुछ कहें तो खफा
कुछ कहें तो खफा चुप रहे तो खफा
हाए कैसे सितमगर से पाला पड़ा
पास आने ना दे हो दूर जाने ना दे
कैसे अंजान दिलबर से पाला पड़ा
कुछ कहें तो खफा
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कुछ कहें तो खफा चुप रहे तो खफा
कुछ कहे वो खफा चुप रहे तो खफा
हाए कैसे सितमगर से पाला पड़ा
पास आने ना दे हो दूर जाने ना दे
कैसे अंजान दिलबर से पाला पड़ा
कुछ कहें तो खफा

ये आँखों का सूरूर नया नया है
ये जवानी का गुरुर नया नया है
ये आँखों का सूरूर नया नया है
ये जवानी का गुरुर नया नया है
अभी बाली उमर का है आखिरी कदम
यही सोच के सितम सहे जाते है हम
यही सोच के सितम सहे जाते है हम
कुछ कहें तो खफा
कुछ कहे वो खफा चुप रहे तो खफा
हाए कैसे सितमगर से पाला पड़ा
पास आने ना दे हो दूर जाने ना दे
कैसे अंजान दिलबर से पाला पड़ा
कुछ कहें तो खफा

ये माना के हुजूर है जाने चमन
बढ़ के कली से है नाजुक बदन
ये माना के हुजूर है जाने चमन
बढ़ के कली से है नाजुक बदन
कदर दिलवालो की कुछ कीजिये
करम कीजिए और दुआ लीजिए
करम कीजिए और दुआ लीजिए
कुछ कहें तो खफा
कुछ कहें तो खफा चुप रहे तो खफा
हाए कैसे सितमगर से पाला पड़ा
पास आने ना दे हो दूर जाने ना दे
कैसे अंजान दिलबर से पाला पड़ा
कुछ कहें तो खफा

कल की है बात हुए हो जवान
उठाये हुए हो मगर आसमान
कल की है बात हुए हो जवान
उठाये हुए हो मगर आसमान
चार दिन मे क़यामत मचाये हुए हो
सारी दुनिया को पीछे लगाये हुए हो
सारी दुनिया को पीछे लगाये हुए हो
कुछ कहें तो खफा
कुछ कहें तो खफा चुप रहे तो खफा
हाए कैसे सितमगर से पाला पड़ा
पास आने ना दे हो दूर जाने ना दे
कैसे अंजान दिलबर से पाला पड़ा
कुछ कहें तो खफा
[ Correct these Lyrics ]
Writer: ANANDJI KALYANJI, Rajinder Krishnan
Copyright: Lyrics © Royalty Network




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