क्या कहने माशा अल्लाह
नज़र तीर आपकी
क्या कहने माशा अल्लाह
नज़र तीर आपकी
जी चाहता है
जी चाहता है खींच लू
तस्वीर आपकी
जी चाहता है खींच लू
तस्वीर आपकी
क्या कहने माशा अल्लाह
नज़र तीर आपकी
जी चाहता है खींच लो
तस्वीर आपकी
जी चाहता है खींच लू
तस्वीर आपकी
क्या कहने माशा अल्लाह
चेहरा सुहाना प्यार की रोशन किताब हैं
बिजली भी जिसको पा ना सकी वो शवाब हैं
आता है रोज़ पूजने सूरज कदम को चूमने
देने को हम भी आ गये दिल का जवाँ गुलाब
ओय वल्लाह क्या ही हैं तासीर आपकी
ओय वल्लाह क्या ही हैं तासीर आपकी
जी चाहता हैं
जी चाहता हैं खिंच लूँ तस्वीर आपकी
जी चाहता हैं खिंच लूँ तस्वीर आपकी
क्या कहने माशा अल्लाह
प्यारा प्यादा हाय पूँघट तुम्हारा बहार हैं
दिल का ये तारा, ऐसी अदा पर नि्सर हैं
चाँदी से गोर हाथ में
मेहँदी रची सुहाग की
किस के लिए वो नाज़मी इतनी सजी हुई
हाय दुल्हन बनी हैं आज तो तक़दीर आपकी
हाय दुल्हन बनी हैं आज तो तक़दीर आपकी
जी चाहता हैं
जी चाहता हैं खिंच लूँ तस्वीर आपकी
जी चाहता हैं खिंच लूँ तस्वीर आपकी
क्या कहने माशा अल्लाह, नज़र तीर आपकी
क्या कहने माशा अल्लाह, नज़र तीर आपकी
जी चाहता हैं
जी चाहता हैं खिंच लूँ तस्वीर आपकी
जी चाहता हैं खिंच लूँ तस्वीर आपकी
क्या कहने माशा अल्लाह