लोग तो मर कर जलते होंगे मैं जीते जी जलता हूं
लोग तो मर कर जलते होंगे मैं जीते जी जलता हूं
आँख मे सपने फुलों के और अंगारों पर चलता हूं
लोग तो मर कर जलते होंगे मैं जीते जी जलता हूं
सूरज तो दिन भर चल-चल कर शाम को थक कर ढल जाता है
सूरज तो दिन भर चल-चल कर शाम को थक कर ढल जाता है
मैं वो सूरज हूं जो निकल कर पल भर ही मे ढलता हूं
लोग तो मर कर जलते होंगे मैं जीते जी जलता हूं
मर कर वापस कोन आया है मैं मर कर वापस आया
मर कर वापस कोन आया है मैं मर कर वापस आया
जब ये जीना रास ना आया फिर मरने को चलता हूं
लोग तो मर कर जलते होंगे मैं जीते जी जलता हूं
लोग तो मर कर जलते होंगे मैं जीते जी जलता हूं