Back to Top

Main Ne Peena Sikh Liya Video (MV)






Mohammed Rafi - Main Ne Peena Sikh Liya Lyrics
Official




मैंने पीना सीख लिया
मैंने पीना सीख लिया
मैंने पीना सीख लिया
मैंने पीना सीख लिया
पाप कहो या पुण्य कहो
मैंने पीना सीख लिया
मैंने पीना सीख लिया

एक छवि थी लाखों में आन बसी इन आँखों में
एक कली मुस्काई थी मन भँवरे को भायी थी
एक दिन प्यार का फूल खिला मेरे सुर को गीत मिला
पर किस्मत लायी रंग नए सुर छूटे और गीत गए
बिच भँवर तूने छोड़ा भरे प्रेम में मुंह मोड़ा
प्यार पे ऐसा वार किया
उफ़ जीना उफ़ जीना दुश्वार किया
अब शराब ने साथ दिया
तोह तुझ बिन जीना सिख लिया
मैंने पीना सीख लिया
मैंने पीना सीख लिया

लोग कहे क्यों हा हा हा
लोग कहे क्यों पीते हो
मन कहता क्यों जीते हो
जीने की कोई चाह नहीं
मरने की कोई राह नहीं
जीवन है जब रोग यहाँ
बोलो इसकी दवा कहाँ
प्यार के जान ना पीते हम
खोकर होश ना पाते गम
हमने मंजिल ढुंढी
थी लेकिन किस्मत रूठी थी
राह में साथी हाय
राह में साथी छूट गया
ठेस लगी दिल टूट गया
अब तोह इसी नशे के
धागों से दिल सीना सिख लिया
मैंने पीना सीख लिया
मैंने पीना सीख लिया
अरे पाप कहो या पुण्य कहो
मैंने पीना सीख लिया
मैंने पीना सीख लिया
[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




मैंने पीना सीख लिया
मैंने पीना सीख लिया
मैंने पीना सीख लिया
मैंने पीना सीख लिया
पाप कहो या पुण्य कहो
मैंने पीना सीख लिया
मैंने पीना सीख लिया

एक छवि थी लाखों में आन बसी इन आँखों में
एक कली मुस्काई थी मन भँवरे को भायी थी
एक दिन प्यार का फूल खिला मेरे सुर को गीत मिला
पर किस्मत लायी रंग नए सुर छूटे और गीत गए
बिच भँवर तूने छोड़ा भरे प्रेम में मुंह मोड़ा
प्यार पे ऐसा वार किया
उफ़ जीना उफ़ जीना दुश्वार किया
अब शराब ने साथ दिया
तोह तुझ बिन जीना सिख लिया
मैंने पीना सीख लिया
मैंने पीना सीख लिया

लोग कहे क्यों हा हा हा
लोग कहे क्यों पीते हो
मन कहता क्यों जीते हो
जीने की कोई चाह नहीं
मरने की कोई राह नहीं
जीवन है जब रोग यहाँ
बोलो इसकी दवा कहाँ
प्यार के जान ना पीते हम
खोकर होश ना पाते गम
हमने मंजिल ढुंढी
थी लेकिन किस्मत रूठी थी
राह में साथी हाय
राह में साथी छूट गया
ठेस लगी दिल टूट गया
अब तोह इसी नशे के
धागों से दिल सीना सिख लिया
मैंने पीना सीख लिया
मैंने पीना सीख लिया
अरे पाप कहो या पुण्य कहो
मैंने पीना सीख लिया
मैंने पीना सीख लिया
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Bharat Vyas, Vasant Desai
Copyright: Lyrics © Royalty Network


Tags:
No tags yet